Fiber optic cable in Hindi
क्या आप जानते है fiber optic और Optic fiber एक ही है। ऑप्टिक फाइबर high speed data transmission लिए प्रयोग की जाती है। दोस्तों हम सब जानते है की इस युग में हमें काफी अधिक data speed की आवश्यकता है।
इसलिए आज हम बहुत अधिक इंटरनेट का इस्तेमाल करते है। जो हमें ऑप्टिक फाइबर के द्वारा प्राप्त होती है। आप कितनी भी speed का data fiber में use कर सकते है। इसलिए इसे इंटरनेट की रीढ़ की हड्डी कहते है।
Fiber Optic का इतिहास
विदेशो में इस तकनीकी का इस्तेमाल काफी वर्षो से चल रहा है। लेकिन भारत देश में इस का use कुछ वर्षो से है। भारत में फाइबर ऑप्टिक केवल internet server तक ही सीमित था। लेकिन अब इसका us घर -घर होने लगा है। जिसे FTTH Fiber to the home कहते है।
पहले इंटरनेट का भविष्य copper cable पर निर्भर था। किन्तु जब से इंटरनेट कि आवश्यकता बड़ी है। जब से सभी को high speed internet की जरुरत है। copper cable ( CAT 5) में high speed data का इस्तेमाल न के बराबर है। इसलिए ऑप्टिक फाइबर का use किया जाता है।
और इस प्रकार से इसकी आवश्यकता बढ़ती गई। आज की युग में कोई होगा जो फाइबर ऑप्टिक के बारे में ने जानता होगा। क्योकि हर देश हर शहर और प्रत्येक व्यक्ति की यह एक जरुरत सी हो गयी है।
Fiber optic की डिज़ाइन
आप ने ऑप्टिक फाइबर देखीं होंगी तो आपको पता होगा लेकिन जिन लोगों ने नहीं देखीं है। उन्हें यह पढ़कर बहुत ही आष्चर्य सा लगेंगा क्योंकि एक ऑप्टिक फाइबर हमारे एक सिर के बाल की मोटाई से भी कम मोटाई की होती है। और यह काँच की पतली नली होती है।
और यह लचीली होती है। इसके ऊपर प्लास्टिक की मोटी परत होती है जिसे आउटर जैकेट है। ऑप्टिक फाइबर को मोल्ड किया है कि आप इसे ज़मीन अन्दर या पानी और ओपन भी यूज़ कर सकते है।
यदि आप इसे एक लेज़र लाइट से चेक करें तो एक छोर से दूसरे छोर तक आपको लाइट दिखाई देंगी लेज़र लाइट को हम ५० किलोमीटर फाइबर की लम्बाई तक सुविधापूर्वक चेक कर सकते है। और इसका structure इस प्रकार से बनाया जाता है। कि इसमें दो लेयर होती है पहली लेयर का नाम कोर होता है।
और दूसरी का क्लैडिंग इन लेयर होने से ऑप्टिक फाइबर में इंटरनल रिफ्लेक्शन हो पता है। और सिंगनल को आसानी से बिना किसी रुकावट के ट्रांसमिट किया जाता है। और हमें सही प्रकार का
ऑप्टिकल फाइबर के प्रकार
मुख्य दो प्रकार की ऑप्टिक फाइबर का यूज़ किया जाता है। जो निम्नलिखित है।
१. Single Mode Fiber (SMF) - Single Mode Fiber less रेफ्लेक्शन Mode भी कहा जाता है। क्योकि इसमें डाटा लाइट आसानी से प्रवाह कर पाती है। और यह क दुरी लिए यूज़ की जाती है। Single Mode Fiber में एक कोर होती है इसलिए यह की होती है।
२. Multi Mode Fiber (MMF) - Multi Mode Fiber में एक से अधिक सिंग्नल का प्रवाह होता है। इसमें एक से अधिक कोर होती है। इसलिए इसमें डाटा loss अधिक होने संभावना बनी रहती है। यह अधिक दूरी में इस्तेमाल की जाती है।
इसका और भी अधिक फायदा तब मिलता है जब हमारी कोई भी कोर ख़राब हो जाती है। और हम दूसरी कोर इस्तेमाल करना पड़ता है। फिर हम और दूसरी फाइबर को डालने की आवश्यकता नहीं होती है।
Multi Mode fiber को बाजार की डिमांड के अनुसार बनाया जाता है। जैसे - Two,Four,Six,twelve,twenty four,forty eight,ninety six core
Optic Fiber की Color Coding
optic fiber में बारह कलर होते है। इन्हीं कलर पर हमें काम करना है। करोड़ १ नंबर से स्टार्ट होता है और बारह पर एन्ड हो जाता है
१. नीला रंग (Blue)
2. नारंगी रंग (Orange)
3. हरा रंग (Green)
4. भूरा रंग (Brown)
5. सलेटी रंग (Grey)
6. सफेद रंग (White)
7. लाल रंग (Red)
8. काला रंग (Black)
9. पीला रंग (Yellow)
10. बैंगनी रंग (violet)
11. गुलाबी रंग (Pink)
12. पानी रंग (Aqua)
ऑप्टिक फाइबर के Advantage
1. Optic Fiber में data transmission बहुत तीव्रता से होता है।
२. इसमें अधिक बैंडबिथ को ट्रांसमिट किया जा सकता है।
३. इस पर इलेक्ट्रोमैग्नटिक इंडक्शन प्रभाव है।
४. इस पर रेडियो फ्रेक्वेंसी का कोई प्रभाव नहीं होता है।
५. इसमें डाटा स्पीड की बहुत ही कम समस्या आती है।
६. यह काफी मजबूत होती है होती है।
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