उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाले मेले और महोत्सव
उत्तर प्रदेश के मेले व महोत्सव पुरे भारत और विश्व में प्रसिद्ध है। उत्तर प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रो में भिन्न भिन्न प्रकार के मेलो का आयोजन किया जाता है। प्रदेश के सभी धर्मो के लोग इन मेलो को एक साथ मिलकर मनाते है। और एक दूसरे को उत्साहित करते है। जिसमे छोटे बड़े सभी मेले देखने को मिलते है।
कुंभ मेला
कुंभ मेला उत्तर प्रदेश में १२ वर्ष में एक बार आता है। कुंभ मेला इलाहाबाद के संगम तट पर लगता है। इस मेले में देश विदेश से लाखों भक्त व श्रध्दालू इस मेले में आते है। और पवित्र गंगा में अभिषेक करके पुण्य कमाते है। कुम्भ मेला भारत में तीन पवित्र स्थानों पर आयोजित किया जाता है। इलाहाबाद (प्रयाग ),उज्जैन,नासिक और हरिद्वार। भारत में इन तीनो स्थानों पर प्रत्येक चार साल में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। कुंभ पर्व हिन्दू धर्म का पवित्र मेला माना जाता है।
कुंभ मेला मकर संक्रांति के दिन से सुरू होता है। कुंभ मेले में इस दिन स्नान करने हिन्दू धर्म में पुण्य माना जाता है। कुंभ मेले की और भी काफी मान्यताये है कहते है की जब देवताओ और असुरों के बीच समुंद्र मंथन हुआ था। उस समय जहाँ जहाँ पर अमृत की बून्द गिरी थी वही पर कुंभ मेला लगता है।
नौचंदी मेला
नौचंदी मेला हर वर्ष उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में आयोजित होता है। यहाँ माता नवचंडी का मंदिर के नाम पर इस मेले का नाम नौचंदी मेला रखा गया है। और दूसरी तरफ विश्व प्रसिद्ध संत सालार की दरगाह भी है। जिसके कारण इस मेले में हिन्दू और मुस्लिम एक साथ मेले का आनन्द लेते है।
शांकभरी मेला
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर शहर में शांकभरी मेले का आयोजन प्रतिवर्ष नवरात्रि के दिनों में शकुंभरी देवी का मेला लगता है।
देवा शरीफ मेला
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी शहर में प्रसिद्ध सूफी संत वारिस अली शाह की दरगाह पर इस मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में हिन्दू और मुस्लिम बड़े प्रेम से मानते है।
खिचड़ी मेला
यह मेला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर में बाबा गोरखनाथ मंदिर के परिसर में लगता है। इस मेले में खिचड़ी व तिल के लड्डू का भोग लगाया जाता है। यह मेला एक महीने से अधिक चलता है।
कजली मेला
कजली मेल उत्तर प्रदेश के महोबा शहर में रक्षा बंधन के बाद तीन दिनों तक चलता है। यह मेला कीरत सागर के तट पर लगता है। ये मेला हर साल लगता है।
जन्माष्टमी मेला
यह मेला उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। इस मेले को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के रूप में लाखो भक्त व्रत रखकर मनाते है। क्योकि मथुरा शहर में श्रीकृष्ण जी का जन्म हुआ था।
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