कभी - कभी हमने अपनी जिन्दगी में यह भी देखा होगा। कि स्कूल और कॉलेज में अध्यापक और विद्यार्थी में काफी झगड़े हो जाते है। एक विधार्थी को कभी भी यही नहीं करना चाहिए। क्योकि अध्यापक तो अगर आप पर अगर थोड़ा गुसा भी हो जाते है तो भी वह भी आपके भविष्य को उजागर करने के लिए थोड़ा आपको डट दपट भी देते है।
क्योकि अगर वह ऐसा नहीं करगे तो आप सही शिक्षा कैसे ग्रहण कर पाओगे यह भी आपके हित में ही होता है। एक अध्यापक अभी भी यह नहीं चाहेगा की उसका कोई भी विधार्थी कुछ भी न सीख सके अध्यापक तो हमेशा से ही अपने सभी विद्यार्थियों को एक सामान सीखना चाहता है। हमेशा से विद्यार्थी और शिक्षक को एक दूसरे का पूरक कहा गया है।
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