अच्छाई कभी मरती नहीं
एक समय की बात है जब में एक छोटा बच्चा था। उस समय हम समूह बनाकर गांव के पास तालाब में नहाने के लिए जाया करते थे। हम नहाते नहाते कुछ खेल भी खेला करते थे। जिसमे एक खेल का नाम था छुपा छुपाई इसमें हमे पानी के अन्दर डुबकी लगाकर एक दूसरे को पकड़ा होता था।
एक ही व्यक्ति को सारे समूह के किसी भी एक को पकड़ना होता था। जब वो किसी एक को पकड़ लेता था तो जो पकड़ा गया व्यक्ति फिर से किसी एक को पड़ता था। इस प्रकार से काफी मजा आता था हम यह काम गर्मियों के दिनों में किया करते थे।
जब काफी गर्मी हुआ करती थी तो नहाने में और भी मजा आता था। हम कई घंटो खेल खेला करते थे। एक दिन हमारे गांव में एक मेहमान आया वो भी हमारे साथ नहाने के लिए गया लेकिन उसको तलाव की गहराई का अंदाजा नहीं था और उसको तैरना भी बहुत कम आता था।
वह तालाब की काफी गहराई में पहुंच गया और वह डूबने लगा। फिर सब उसको देख रहे थे की अब क्या करा जाया इसको कैसे बचाया जाये। सब के मन में एक ही सवाल आ रहा था की अगर में इसको बचने गया तो वो मुझे भी डूबा देगा।
डूबने वाला आदमी तिनके को पकड़ता है
इस प्रकार से काफी समय हो चुका था फिर मेरे मन में एक सवाल आया की में इसे बचा सकता हूँ। लेकिन सब ने मुझे मना किया की तो भी डूब जायेगा वहाँ मत जा लेकिन मेरा मन नहीं माना आखिर में उसे बचाने के लिए तलाव में कूद पड़ा। जैसे ही में उसके पास पंहुचा वैसे ही वो मुझको पकडे लगा और उसने मुझे पकड़ लिया फिर क्या था की में भी डूबने लगा।
मेने उससे अपने आप को छुड़ा लिया और फिर में निकल आया लेकिन मेरा मन फिर भी उसको बचाने में ही लगा रहा फिर मेने सोचा की में उसके पास ना जाकर दूर से ही उसे कुछ पकड़कर खींच लूंगा। फिर मैंने एक लम्बी लकड़ी ली और पानी में जाकर उस को पकड़ा दी उसने उस को पकड़ लिया और में उसे धीरे-धीरे बहार लेकर आ गया। लेकिन हमारे सामने अभी भी समस्या थी क्योकि वो आँख नहीं खोल रहा था।
आप डूबने से कैसे बच सकते हैं
फिर हमने उसे लिटा दिया और उसके पेट को धीरे-धीरे दबाया तो उसके मुँह से काफी पानी बहार निकला फिर उसने आँखे खोली और चारो तरफ देखा। फिर वह रोने लगा हमने उसे समझाया की डरने की कोई बात नहीं अब तो सही। वो कहने लगा की अगर मेरे घर पर पता चला तो मेरे घर बाले मेरी पिटाई करेंगे।
हमने कहा पागल ऐसा नहीं होगा। उसी समय उसके घर बाले वहा आ गए और हम सब डर गए की अब क्या होगा। की इसके घर वालो को सूचना किसने दी अब ये हमारे घर पर हमारी शिकायत करेंगे और हमारे ऊपर भी डाट पड़गी। तभी उसके घर बालो ने बताया की उसका लड़का हमे नहीं बता तो हमे पता ही नहीं चलता।
उस समय हम सब डरे हुए थे लेकिन उसके माता-पिता ने अपने लड़के से पूछा की बेटा तू कैसे बचा। तब उस लड़के ने बताया की भाई ने मुझे बचाया है। उन्होंने मुझे काफी दुआए दी मै बहुत खुश हुआ वे कहने लगे की बेटा तूने हमारे लड़के को दूसरी जिंदगी दी है।
इसको हम पूरी जिंदगीभर नहीं भूलेंगे आज तक जब भी वह लड़का अपने रिस्तेदारी में आता है तो हमारे घर जरूर आता है। हमेशा उसी बात को याद करता और कराता रहता है। इसलिय कहते है की अच्छाई कभी नहीं मरती आप किसी के साथ अच्छा व्यवहार करे और कुछ लोग भूल जाते है लेकिन अच्छे लोग हमेशा याद रखते।
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